केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, एनएसए अजीत डोभाल, आईबी के निदेशक तपन डेका और अन्य अधिकारी भाग ने भाग लिया। जानकारी के मुताबिक गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में उन्होंने सुरक्षा को मजबूत करने के लिए जम्मू-कश्मीर में पूर्ण क्षेत्र प्रभुत्व और पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के बीच बेहतर समन्वय का निर्देश दिया। उन्होंने स्थानीय खुफिया जानकारी को बढ़ावा देने और मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
जम्मू-कश्मीर में लागू केंद्र सरकार के जीरो टेरर प्लान पर चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में पिछले तीन साल से जम्मू-कश्मीर में लागू केंद्र सरकार के ‘जीरो टेरर’ प्लान पर चर्चा हुई। मोदी सरकार का लक्ष्य 2026 तक ‘जीरो टेरर’ योजना को पूरी तरह से लागू करने का है। पिछले साल 21 दिसंबर को दोपहर करीब 3.45 बजे राजौरी के पुंछ क्षेत्र में डेरा की गली से गुजर रहे सेना के दो वाहनों पर आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी के बाद शुरू हुई मुठभेड़ में चार सैनिकों के मारे जाने और तीन के घायल होने के कुछ दिनों बाद यह बैठक आयोजित की गई थी। पिछले साल नवंबर में, सेना और उसके विशेष बलों द्वारा राजौरी के कालाकोट में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू करने के बाद कार्रवाई में दो कैप्टन सहित पांच सैनिक भी मारे गए थे।